पीएम मोदी का ट्रंप को स्पष्ट संदेश: भारत झुकेगा नहीं, किसान पहले हैं

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध समय-समय पर उतार-चढ़ाव का शिकार होते रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में यह टकराव और भी बढ़ गया जब अमेरिका ने भारत पर व्यापार घाटे का आरोप लगाते हुए टैरिफ वॉर शुरू किया। इन हालातों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका को चार सशक्त और स्पष्ट संदेश दिए हैं, जो भारत की नीति, दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं।
भारत झुकेगा नहीं – आत्मसम्मान सर्वोपरि

प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका को स्पष्ट शब्दों में बता दिया कि भारत किसी भी दबाव के आगे झुकेगा नहीं। चाहे वह व्यापार हो, रक्षा या तकनीक – भारत अपने निर्णय राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए ही लेगा। भारत अब वह नहीं रहा जो पहले था, अब भारत ग्लोबल पावर बनने की राह पर है और आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
किसान पहले हैं – कृषि से कोई समझौता नहीं

भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां करोड़ों लोगों की आजीविका खेती पर निर्भर है। ट्रंप प्रशासन द्वारा दबाव बनाया गया था कि भारत अपने कृषि बाजार को अमेरिकी कृषि उत्पादों के लिए खोले। लेकिन मोदी सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। व्यापार समझौते तभी होंगे जब भारत के किसान सुरक्षित रहेंगे और लाभ में रहेंगे।
दोस्ती स्वीकार, लेकिन बराबरी की शर्त परभारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक और व्यापारिक संबंध जरूरी हैं, लेकिन मोदी सरकार ने यह संकेत दे दिया कि यह रिश्ता बराबरी का होना चाहिए। भारत अब मेज पर बराबर की कुर्सी पर बैठना चाहता है, न कि किसी के अधीन। अमेरिका चाहे जितनी भी बड़ी ताकत क्यों न हो, भारत अब दबाव या लालच में आकर फैसले नहीं लेगा।
मोदी सरकार का ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान यह दर्शाता है कि भारत अब घरेलू उत्पादन, स्थानीय उद्योग, और नवाचार को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। यह नीति भी ट्रंप के उस विचार को चुनौती देती है जिसमें वे चाहते थे कि भारत अमेरिकी उत्पादों का अधिक आयात करे। मोदी सरकार का लक्ष्य है कि भारत खुद निर्माण करे, खुद उपभोग करे, और दुनिया को भी निर्यात करे।
प्रधानमंत्री मोदी का यह रुख न केवल ट्रंप के लिए एक चेतावनी है, बल्कि दुनिया को यह संदेश भी है कि नया भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है, जो अपने हितों की रक्षा करना जानता है। यह भारत अब झुकता नहीं, बल्कि बातचीत में सम्मान और समानता चाहता है। किसान, उद्योग, और राष्ट्रहित – यही भारत की प्राथमिकताएं हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका ने भारत पर कुछ टैरिफ (आयात शुल्क) लगाए थे और भारत से अपेक्षा की थी कि वह अमेरिकी उत्पादों के लिए बाज़ार खोले। ट्रंप की व्यापार नीति अक्सर “अमेरिका फर्स्ट” के सिद्धांत पर आधारित रही है। इस संदर्भ में पीएम मोदी का यह रुख भारत की स्वायत्तता और प्राथमिकताओं की रक्षा का प्रतीक है।

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