बालासाहेब भवन पर हंगामा, संजय राउत के खिलाफ ‘जूते मारो’ आंदोलन,

द मीडिया टाइम्स डेस्क 

बालासाहेब भवन पर हंगामा, संजय राउत के खिलाफ ‘जूते मारो’ आंदोलन, शीतल म्हात्रे बोली- अगली बार मुंह पर मारेंगे चप्पल

राजनीति में उठते विवाद अक्सर नए मोड़ लेते हैं और जब बात महिलाओं के सम्मान की हो, तो विरोध और तीव्र हो जाता है। एक ऐसा ही हंगामा आज बालासाहेब भवन में देखने को मिला, जब महायुति के सहयोगी एकनाथ शिंदे की शिवसेना महिला अघाड़ी ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत के खिलाफ ‘जूते मारो’ आंदोलन चलाया। इस आंदोलन में महिलाओं ने संजय राउत के खिलाफ तीखे नारे लगाए और उनसे माफी मांगने की मांग की। खास बात यह रही कि महिलाओं ने संजय राउत को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपनी भाषा पर संयम नहीं रखा, तो अगली बार जूते नहीं, बल्कि चप्पल से मारा जाएगा।

आंदोलन का कारण शिवसेना की वरिष्ठ नेता डॉ. नीलम गोर्हे के खिलाफ संजय राउत की अपमानजनक टिप्पणी थी। कुछ दिन पहले राउत ने नीलम गोर्हे को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद शिवसेना के दोनों गुटों में संघर्ष बढ़ गया था। राउत ने नीलम गोर्हे को ‘निर्लज्ज’ तक कह दिया था, जिससे महायुति के महिला नेताओं में गुस्सा फैल गया। शिवसेना महिला मोर्चा की नेता मीनाताई कांबली के नेतृत्व में महिलाओं ने बालासाहेब भवन के बाहर राउत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

इस विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने राउत के खिलाफ बैनर और पोस्टरों पर जूते मारे और यह संदेश दिया कि राजनीति में आलोचना करते समय अपनी भाषा पर काबू रखना बेहद जरूरी है। शिवसेना उपनेत्री शीतल म्हात्रे ने कहा कि संजय राउत ने न केवल डॉ. नीलम गोर्हे, बल्कि कई अन्य महिला नेताओं जैसे स्वप्ना पाटकर, कंगना राणावत और नवनीत राणा को भी अपमानित किया है। उनका कहना था कि जब राउत राजनीति में बोलते हैं, तो उन्हें अपनी शब्दावली का ध्यान रखना चाहिए।

शीतल म्हात्रे ने संजय राउत को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने खुद को सुधारने की कोशिश नहीं की, तो महिलाओं की यह रणरागिणी कभी शांत नहीं बैठेंगी। उन्होंने कहा, “आज सिर्फ बैनर पर जूते मारे गए हैं, लेकिन अगर राउत ने अपनी भाषा नहीं सुधारी तो अगली बार चप्पल से मारा जाएगा।” इस बयान में शीतल ने यह साफ कर दिया कि शिवसेना के महिला नेता अब चुप नहीं बैठेंगे और वे किसी भी हाल में अपने सम्मान की रक्षा करेंगे।

इस विरोध में शिवसेना महिला विभाग के कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद थे, जिनमें उपनेत्री तृष्णा विश्वासराव, शिल्पा देशमुख, कला शिंदे, सुवर्णा करंजे, प्रवक्ता सुशीबेन शाह, और महिला विभाग प्रमुख नीलम पवार शामिल थीं। इन सभी ने राउत के बयान की कड़ी निंदा की और उनका विरोध किया।

महायुति के इस विरोध प्रदर्शन से यह साफ हो गया कि राजनीति में जब सम्मान की बात आती है, तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। शिवसेना के महिला नेता अब अपने अधिकारों के लिए लड़ने का संकल्प ले चुकी हैं और वे किसी भी प्रकार के अपमान को सहन नहीं करने वाली हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

en_USEnglish