ट्रंप ने इज़राइल के राष्ट्रपति से की अपील बेंजामिन नेतन्याहू को माफ़ी देने की मांग

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़राइल के राष्ट्रपति आइज़ैक हर्ज़ोग से एक बड़ा आग्रह किया है। उन्होंने मांग की है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को माफ़ी (पार्डन) दी जाए। यह बयान ऐसे समय में आया है जब नेतन्याहू भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं और उन पर चल रहे मुकदमों को लेकर देश के भीतर राजनीतिक तनाव गहराया हुआ है।

ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि नेतन्याहू “इज़राइल के सच्चे देशभक्त और मज़बूत नेता” हैं और उन्होंने देश की सुरक्षा और विकास के लिए ऐतिहासिक योगदान दिया है। ट्रंप ने यह भी कहा कि नेतन्याहू को “राजनीतिक कारणों” से निशाना बनाया जा रहा है और ऐसे में राष्ट्रपति को “न्याय और एकता के प्रतीक” के रूप में उन्हें माफ़ करना चाहिए।

ट्रंप का यह बयान इज़राइल की राजनीति में नई हलचल पैदा कर गया है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप का यह सीधा प्रयास है, जबकि नेतन्याहू के समर्थक ट्रंप के बयान को “मoral support” के रूप में देख रहे हैं।

गौरतलब है कि नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और भरोसे के दुरुपयोग जैसे आरोप लगे हैं। उनका दावा है कि यह मुकदमे राजनीतिक साजिश के तहत रचे गए हैं ताकि उन्हें सत्ता से हटाया जा सके।

ट्रंप और नेतन्याहू के बीच पहले भी घनिष्ठ संबंध रहे हैं। ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने यरुशलम को इज़राइल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी, जिसे नेतन्याहू की बड़ी कूटनीतिक जीत माना गया था।

विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप का यह बयान उनके 2024 के अमेरिकी चुनावी अभियान से भी जुड़ा हो सकता है, जिसमें वह फिर से यहूदियों और इज़राइल समर्थक मतदाताओं को साधने की कोशिश कर रहे हैं।

ट्रंप की यह अपील न केवल इज़राइल की राजनीति बल्कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गई है। अब देखना यह होगा कि राष्ट्रपति हर्ज़ोग इस मांग पर क्या रुख अपनाते हैं और नेतन्याहू के खिलाफ चल रही कानूनी प्रक्रिया पर इसका क्या असर पड़ता है।

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