ब्रिटिश पर्यटक हुए एडक्कल की गुफाओं के अद्भुत रहस्यों से मंत्रमुग्ध, केरल पर्यटन को मिला नया प्रोत्साहन

ब्रिटेन से आए एक पर्यटक ने केरल की एडक्कल गुफाओं को लेकर अपनी यात्रा अनुभव साझा किया, जिसमें उन्होंने इन प्राचीन गुफाओं को ‘भारत की सबसे चमत्कारी ऐतिहासिक विरासत’ बताया। उनके अनुभव ने न सिर्फ वैश्विक स्तर पर एडक्कल गुफाओं को नई पहचान दी है, बल्कि केरल पर्यटन के लिए भी यह एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
एडक्कल गुफाएँ: इतिहास का ऐसा खजाना जो समय को पार कर गया
केरल के वायनाड जिले की अंबुकुथी पहाड़ियों में स्थित एडक्कल गुफाएँ भारत की सबसे पुरानी और रहस्यमयी शैल-नक्काशी वाली साइटों में से एक हैं। यह दो प्राकृतिक चट्टानों के बीच बने विशाल कक्ष हैं, जहां दीवारों पर हजारों वर्ष पुरानी आकृतियाँ उकेरी हुई हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इन गुफाओं पर बनी शिलालेख लगभग 8,000 से 10,000 वर्ष पुरानी हो सकती हैं, जो उन्हें दक्षिण भारत की सबसे महत्वपूर्ण पुरातात्विक धरोहर बनाती हैं।
यूके पर्यटक ने बताया—”यह स्थान सिर्फ गुफा नहीं, बल्कि मानव सभ्यता की कहानी है”
ब्रिटिश यात्री ने सोशल मीडिया और ब्लॉग में लिखा कि एडक्कल का अनुभव उन्हें “प्रागैतिहासिक काल की यात्रा” जैसा लगा।
उन्होंने विशेष रूप से इन बातों की प्रशंसा की:
दीवारों पर बनी मानव आकृतियाँ, जानवरों के चित्र और रहस्यमयी प्रतीक
पहाड़ी चढ़ाई के दौरान मिलने वाला साहसिक अनुभवऊपर पहुँचने पर वायनाड घाटी का मनमोहक दृश्य
-स्थानीय गाइडों की समृद्ध ऐतिहासिक जानकारी–पर्यटक ने यह भी कहा कि एडक्कल गुफाएँ “किसी भी इतिहास और संस्कृति प्रेमी के लिए भारत की अवश्य-दर्शनीय जगहों में से एक” हैं।
केरल पर्यटन के लिए बड़ा अवसर
यूके पर्यटक की इस प्रशंसा ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में एडक्कल गुफाओं के प्रति उत्सुकता बढ़ा दी है।
पर्यटन अधिकारियों का मानना है कि:
इससे वायनाड क्षेत्र में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी
स्थानीय हस्तशिल्प, होमस्टे और ट्रेकिंग उद्योग को आर्थिक लाभ मिलेगाएडक्कल गुफाओं को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने की संभावनाएँ और मजबूत होंगी
एडक्कल तक पहुँचने के लिए करीब 45 मिनट की ट्रेकिंग करनी पड़ती है, जो रोमांच प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण है।
गुफा के भीतर छत से गिरती प्राकृतिक रोशनी और दीवारों पर उकेरे गए चित्र पर्यटकों को प्राचीन दुनिया से जोड़ते हैं।
ब्रिटिश यात्रियों की सकारात्मक प्रतिक्रिया न केवल भारतीय ऐतिहासिक स्थलों की वैश्विक पहचान को मजबूत करती है, बल्कि केरल के पर्यटन को भी नई ऊँचाइयों की ओर ले जा रही है।
एडक्कल गुफाएँ आज भी मानव सभ्यता की उन कहानियों को संजोए हुए हैं जो हजारों वर्षों से अटूट हैं—और अब दुनिया उन्हें और करीब से जानने के लिए उत्सुक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

en_USEnglish