‘रैपिडो’ की अवैध सेवा पर कार्रवाई करने वाले मंत्री, अब उसी कंपनी के बन गए प्रायोजक – विपक्ष का निशाना

मुंबई, 8 अगस्त: महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक, जिन्होंने हाल ही में बाइक टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी रैपिडो (Rapido) की अवैध गतिविधियों का भंडाफोड़ किया था, अब विपक्ष के निशाने पर हैं। वजह यह है कि रैपिडो अब उनके बेटे के कार्यक्रम का प्रमुख प्रायोजक है।

मंत्री सरनाइक ने 2 जुलाई को खुद रैपिडो ऐप से बाइक बुक कर कंपनी की अवैध सेवाओं की पुष्टि की थी। उन्होंने फर्जी नाम से मंत्रालय से दादर तक की सवारी बुक की। बाइक चालक जब पहुंचा, तो मंत्री ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने चालक से कहा कि वह उस पर कार्रवाई नहीं करेंगे, क्योंकि उनका मकसद कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करना है।

अब कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने मंत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यह सब एक “स्टंट” के तहत किया ताकि उसी कंपनी से अपने बेटे के ‘प्रो-गोविंदा लीग’ कार्यक्रम के लिए प्रायोजन हासिल किया जा सके। यह दही हांडी प्रतियोगिता हर साल मुंबई में होती है।

वडेट्टीवार ने कहा, “यह राज्य की आर्थिक स्थिति को देखते हुए एक नया तरीका है – पहले स्टंट करो, फिर प्रचार पाओ और बाद में उसी कंपनी से फंडिंग लो।”

एनसीपी (एसपी) के विधायक रोहित पवार ने भी इसे “मंत्री पद के दुरुपयोग” का उदाहरण बताया।

हालांकि, प्रताप सरनाइक ने सफाई दी है कि रैपिडो ने 26 मई को ही प्रायोजन दिया था, जबकि कार्रवाई 2 जुलाई को हुई। उन्होंने कहा, “मैंने निष्पक्ष होकर कार्रवाई की। इसे राजनीति से जोड़ना गलत है।”

उनके बेटे पुरवेश सरनाइक ने भी कहा, “यह कार्यक्रम राजनीतिक नहीं, खेल आधारित है। रैपिडो समेत कई और प्रायोजक भी हैं।”

विपक्ष इस मामले को लेकर अब सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है।

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