नई पीढ़ी बदल रही है भारत का जॉब मार्केट: रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

भारत के नौकरी बाजार में जेन ज़ी और एंट्री-लेवल कर्मचारियों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। Indeed Workplace Trends in India Report के अनुसार, देश के 68 प्रतिशत नियोक्ताओं का मानना है कि नए कार्यस्थल ट्रेंड्स को सबसे अधिक आगे बढ़ाने वाला समूह एंट्री से जूनियर-लेवल कर्मचारी हैं।

युवा कर्मचारियों के कारण बदल रहा कार्यसंस्कृति का मॉडल

रिपोर्ट बताती है कि जेन ज़ी और शुरुआती करियर वाले कर्मचारी न केवल नई तकनीकों को तेजी से अपनाते हैं, बल्कि कार्यस्थल में लचीलापन, हाइब्रिड कार्य मॉडल, स्किल-अपग्रेडेशन और बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस की मांग को भी मजबूती दे रहे हैं।

नियोक्ता भी कर रहे हैं बदलाव को स्वीकार

नियोक्ताओं का कहना है कि युवा कर्मचारियों की प्राथमिकताओं में परिवर्तन ने कंपनियों को अपने कार्यस्थल मॉडल, नीतियों और हायरिंग रणनीतियों में बदलाव करने के लिए प्रेरित किया है।

कई कंपनियों ने हाइब्रिड वर्क सेटअप को स्थाई रूप से अपनाना शुरू कर दिया है।

अपस्किलिंग प्रोग्राम्स और इंटरनल ट्रेनिंग पर भी अधिक जोर दिया जा रहा है।

कैरियर ग्रोथ और तकनीक पर ध्यान

रिपोर्ट संकेत देती है कि जेन ज़ी अपने करियर में तेजी से आगे बढ़ने और उभरती तकनीकों में महारत हासिल करने की ओर ज्यादा झुकाव रखती है। इसी कारण वे पारंपरिक नौकरी ढाँचों से हटकर अधिक खुले और नवोन्मेषी कार्यसंस्कृति की ओर बढ़ रही

युवा पीढ़ी के बदलते नजरिए और मांगों ने भारत के रोजगार बाज़ार को नए दिशा-निर्देश दिए हैं। जेन ज़ी और एंट्री लेवल कर्मचारी आने वाले समय में न केवल कार्यशैली बल्कि नियोक्ता-कर्मचारी संबंधों को भी नई परिभाषा देंगे।

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