अगस्त 2025 का प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले का भाषण भारतीय सेना के शौर्य को समर्पित होने वाला है।

15 अगस्त 2025 का प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले का भाषण भारतीय सेना के शौर्य को समर्पित होने वाला है।
असल में, “हर घर तिरंगा” अभियान जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने 13 से 15 अगस्त तक चलाने का आह्वान किया है, इसका उद्देश्य विशेष रूप से भारतीय सेना के साहस और त्याग को सम्मानित करना है। वे हाल ही में संपन्न “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान वीरता से लड़े सैनिकों के पराक्रम को नमन करने की बात कर रहे थे ।
इस अभियान में देशवासियों से आग्रह किया गया है कि वे हर घर तिरंगा फहराकर न सिर्फ देशभक्ति व्यक्त करें, बल्कि उस बहादुरी को सलाम करें, जिसने देश की सुरक्षा सुनिश्चित की ।इसलिए 15 अगस्त को प्रधानमंत्री का भाषण निश्चित रूप से सेना के शौर्य, त्याग और अदम्य साहस को केंद्र में रखते हुए होगा। यह एक भावनात्मक और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने वाला संदेश होगा, जिसमें स्थानीय समुदायों से लेकर देशभर के नागरिकों तक हर एक की भागीदारी शामिल होगी।
हर घर तिरंगा अभियान — भारतीय सेना के सम्मान में
प्रधानमंत्री मोदी ने 13 से 15 अगस्त, 2025 तक “हर घर तिरंगा” अभियान चलाने की अपील की है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य है भारतीय सेना के वीरता और बलिदान को सम्मानित करना—विशेषकर हाल में सम्पन्न “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान सैनिकों के अदम्य साहस को सलाम करना। अभियान केवल देशभक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि सेना के शौर्य को याद करने और सम्मान देने का एक माध्यम है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस अभियान का समर्थन करते हुए इसे सेना के प्रति आभार प्रकट करने का महत्वपूर्ण तरीका बताया ।
जनता का हिस्सा बनने का अवसर — भाषण में आपकी आवाज़

प्रधानमंत्री मोदी लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। लेकिन इस बार वे भाषण की सामग्री स्वयं जनता से सुझाव के माध्यम से एकत्रित करना चाहते हैं। उन्होंने MyGov पोर्टल और NaMo ऐप के माध्यम से सुझाव देने का निमंत्रण दिया है ताकि जनता की कहानियाँ, विचार और भावनाएँ सीधे उनके भाषण में शामिल हो सकें ।स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष व बलिदान: नेताजी सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई जैसे महान नेताओं का उल्लेख, और उनके योगदान को याद करना ।युवा और एकता की शक्ति: युवाओं से देश की विविधता में एकता बनाए रखने और भाईचारे को बढ़ावा देने का आह्वान ।देशभक्ति नारे और भाव: “जय हिंद”, “वंदे मातरम्” जैसे नारों का उपयोग समारोह में देशभक्ति का माहौल बनाने के लिए प्रभावशाली माना जा सकता है ।
भावनात्मक और प्रेरणादायक: इतिहास को उद्धृत करते हुए वर्तमान पीढ़ी को जिम्मेदारी और एकता के लिए प्रेरित करना।जनभागीदारी: प्रत्येक नागरिक की भूमिका को प्रमुखता देना—विशेष रूप से “हर घर तिरंगा” जैसी गतिशील पहलों के माध्यम से।
सेना सम्मान “हर घर तिरंगा” अभियान के माध्यम से सैनिकों के शौर्य को सलामी
जन सहभागिता जनता की आवाज़ सीधे प्रधानमंत्री के भाषण का हिस्सा
भावुकता और एकता स्वतंत्रता संग्राम की गाथा से आज की ज़िम्मेदारी की प्रेरणा
राष्ट्रीय एकता देशभक्ति नारे और भाषण द्वारा आत्मगौरव की अनुभूति

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

en_USEnglish