“परिवार की योजना अब आर्थिक फैसला”: अरविंद केजरीवाल का बीजेपी पर टैक्स वार

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि मध्यम वर्ग टैक्स आतंकवाद का शिकार हो चुका है और सरकार के लिए केवल एक एटीएम बनकर रह गया है। यह बयान ऐसे समय आया है जब दिल्ली में 5 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं और केजरीवाल लगातार मध्यम वर्ग को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।

एक वीडियो संदेश में केजरीवाल ने कहा कि चुनावी वादे अक्सर गरीबों और बड़े उद्योगपतियों के लिए किए जाते हैं, लेकिन इन दोनों वर्गों के बीच फंसा मध्यम वर्ग हमेशा उपेक्षित रहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज़ादी के बाद से हर सरकार ने इस वर्ग को कुचलने और टैक्स के जरिए निचोड़ने का काम किया है। उनका कहना था कि सरकारें मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं करतीं, लेकिन जब भी उन्हें पैसे की जरूरत होती है, टैक्स बढ़ाकर उनकी जेब खाली कर दी जाती है।

केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि मध्यम वर्ग देश के विकास में सबसे बड़ा योगदान देता है, फिर भी उन्हें किसी तरह की राहत नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि एक आम मध्यम वर्गीय व्यक्ति अपनी आधी से ज्यादा कमाई टैक्स के रूप में सरकार को देता है, लेकिन उसे बदले में न तो अच्छी शिक्षा मिलती है, न बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, न ही सुरक्षित भविष्य की गारंटी। उन्होंने यह भी कहा कि अब हालात ऐसे हो गए हैं कि युवा दंपति परिवार बढ़ाने से पहले यह सोचने को मजबूर हो जाते हैं कि क्या वे एक बच्चे की परवरिश का खर्च उठा सकते हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जनता के पैसे को उन्हीं की भलाई के लिए खर्च करती है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में उनकी सरकार ने शिक्षा बजट बढ़ाया, सरकारी स्कूलों में सुधार किया, निजी स्कूलों की फीस पर रोक लगाई और बिजली-पानी के बिलों को कम किया ताकि लोग महंगाई से राहत महसूस कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा चलाई जा रही मोहल्ला क्लीनिक योजना का सबसे ज्यादा लाभ मध्यम वर्गीय इलाकों को हुआ है।

उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह मध्यम वर्ग को देश की असली ताकत माने और उन्हें आगामी बजट में राहत दे। इसके साथ ही उन्होंने सात प्रमुख मांगें भी रखीं, जिनमें शिक्षा बजट में बढ़ोतरी, निजी स्कूलों की फीस पर नियंत्रण, उच्च शिक्षा के लिए सब्सिडी, स्वास्थ्य बजट में वृद्धि, हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स हटाने, 10 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर न लगाने और जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी खत्म करने की मांग शामिल थी। इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त इलाज और ट्रेन यात्रा पर 50% छूट की भी वकालत की।

केजरीवाल के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। पार्टी के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि केजरीवाल जनता को गुमराह कर रहे हैं और उनके दावों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुफ्त वाईफाई देने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक वह पूरा नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि हर घर में आरओ मशीन लगी है क्योंकि सरकार साफ पानी देने में नाकाम रही है। इसके अलावा, हर साल 9वीं और 11वीं कक्षा में 1.5 लाख छात्रों को फेल कर दिया जाता है ताकि बोर्ड परीक्षा के नतीजे बेहतर दिखें, जिससे छात्रों के भविष्य पर बुरा असर पड़ता है।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल बार-बार जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब लोग उनकी बातों में आने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जनता समझ चुकी है कि आम आदमी पार्टी केवल बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन जब उन्हें पूरा करने की बारी आती है तो नाकाम साबित होती है।

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