शाहिद अफ़रीदी ने अब गौतम गंभीर के कोचिंग करियर को लेकर क्या कह दिया?

पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफ़रीदी ने एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर को लेकर बयान देकर चर्चा छेड़ दी है। अफ़रीदी ने इस बार गंभीर के कोचिंग स्टाइल, सोच और भविष्य पर खुलकर अपनी राय रखी है।

क्या कहा शाहिद अफ़रीदी ने?

अफ़रीदी का कहना है कि गौतम गंभीर एक ऐसे कोच हैं जो डिसिप्लिन और मानसिक मजबूती को सबसे ऊपर रखते हैं। उन्होंने कहा कि गंभीर का तरीका हर खिलाड़ी को पसंद आए, यह ज़रूरी नहीं है, लेकिन यह तरीका टीम को कठिन परिस्थितियों में लड़ना सिखाता है

अफ़रीदी ने यह भी जोड़ा कि:

“गौतम गंभीर मैदान पर जैसे थे, वैसे ही कोच के रूप में भी सीधे और साफ़ हैं। वह खिलाड़ियों को कम्फर्ट ज़ोन में नहीं रहने देते।”

कोचिंग को लेकर दी अहम सलाह

शाहिद अफ़रीदी ने गंभीर को सलाह देते हुए कहा कि कोचिंग में संतुलन बेहद ज़रूरी होता है। सिर्फ सख़्ती नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के साथ संवाद और भरोसा भी उतना ही अहम है।

उनके मुताबिक:

  • हर खिलाड़ी एक जैसा नहीं होता

  • युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य रखना ज़रूरी है

  • टीम माहौल को सकारात्मक बनाए रखना कोच की बड़ी जिम्मेदारी होती है

गंभीर के भविष्य पर क्या बोले?

अफ़रीदी का मानना है कि अगर गौतम गंभीर अपने अनुभव और आक्रामक सोच को सही तरीके से ढाल लेते हैं, तो उनका कोचिंग करियर लंबा और प्रभावशाली हो सकता है। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में आलोचना होना स्वाभाविक है, लेकिन नतीजे ही किसी कोच की असली पहचान बनते हैं।

क्रिकेट जगत में प्रतिक्रिया

अफ़रीदी के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे रचनात्मक टिप्पणी मान रहे हैं, तो कुछ इसे भारत-पाक क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता से जोड़कर देख रहे हैं।

निष्कर्ष

शाहिद अफ़रीदी का यह बयान एक बार फिर दिखाता है कि गौतम गंभीर का कोचिंग अंदाज़ चर्चा में रहने वाला है। सख़्ती, साफ़ सोच और नतीजों पर ज़ोर — यही गंभीर की पहचान है, और आने वाला वक्त तय करेगा कि यह तरीका टीम इंडिया को कितनी दूर ले जाता है।

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