सावन में बदलती किस्मत दर्शन करें ये 8 भोले बाबा मंदिर

सावन का पावन महीना 11 जुलाई से शुरू हो चुका है. हिंदू धर्म में सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और आस्था का पर्याय माना जाता है. आइए आपको भगवान भोले नाथ के उन मंदिरों के बारे में बताते हैं, जिनके दर्शन करते किस्मत बदल जाती है. साथ ही, जानते हैं कि इन मंदिरों तक कैसे पहुंचा जा सकता है?
सावन का पवित्र महीना भक्तों के लिए भगवान शिव की आराधना का सर्वोच्च समय होता है। माना जाता है कि इस दौरान भोलेनाथ की भक्ति से जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और सफलता आती है। आइए, जानते हैं ऐसी 8 मूर्त और ज्योतिर्लिंग मंदिरों के बारे में, जहाँ सावन में जाना विशेष फलदायी माना जाता है

अमरनाथ गुफा (जम्मू-कश्मीर)बर्फ के शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध, प्राकृतिक अजूबे के रूप में भोलेनाथ विराजित हैं। सावन के दौरान लाखों श्रद्धालुओं का तांता रहता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी, यूपी)12 ज्योतिर्लिंगों में एक, गंगा किनारे स्थित, यहाँ जलाभिषेक और मोक्ष की मान्यता है। सावन में श्रद्धालुओं की भीड़ में उल्लेखनीय वृद्धि होती है।
महाकालेश्वर मंदिर (उज्जैन, एमपी)दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग, भस्म-आरती के लिए प्रसिद्ध। सावन में रात्रि से भक्तों की कतार लग जाती है।
बैद्यनाथ धाम (देवघर, झारखंड)12 ज्योतिर्लिंग में से एक, सावन में यहां कांवड़ यात्रा का प्रमुख स्थल बन जाता है। हजारों श्रद्धालु गंगा जल अर्पित करने आते हैं।
सोमनाथ मंदिर (गुजरात)समुद्र तट पर स्थित, भव्य ज्योतिर्लिंग। सावन में भव्य जलाभिषेक का आयोजन होता है।
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (नासिक, महाराष्ट्र)गोदावरी तट पर तीन मुँह वाला शिवलिंग। सावन में रुद्राभिषेक अत्यंत लोकप्रिय होता है।
नीलकंठ महादेव मंदिर (ऋषिकेश, उत्तराखंड)समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा, पहाड़ों की गोद में विराजित। सावन के दौरान बेलपत्र और गंगाजल चढ़ाने वालों की भीड़ रहती है।

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