कपिल देव ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) द्वारा “Pataudi Trophy” का नाम “Anderson–Tendulkar Trophy” में बदलने पर गहरी नाराज़गी जताई है।

कपिल देव ने कहा कि यह फैसला “थोड़ा अजीब” महसूस हुआ। उन्होंने तंज कसा, “जब यह हुआ, मुझे लगा—क्या ऐसा भी होता है? लेकिन क्रिकेट तो क्रिकेट है। मैदान पर जो खेल होगा, वही मायने रखता है।”
उन्होंने यह बयान एक इवेंट में दिया, जहाँ उन्होंने आगे कहा कि नए नाम से कोई समस्या नहीं, लेकिन इतिहास और भावनाओं का भी सम्मान होना चाहिए था।
साथ ही उन्होंने इंग्लैंड में शुरू हो रही टेस्ट सीरीज की तैयारियों पर भी टिप्पणी की, और युवा कप्तान शुभमन गिल को सलाह दी: **“कोई उम्मीद न रखो, बस जाओ, खेलो और खुद को व्यक्त करो।
ECB ने Pataudi Trophy का नाम बदलकर Anderson–Tendulkar Trophy कर दिया है। इस बदलाव पर कपिल देव निराश हैं और इसे इतिहास के साथ खिलवाड़ मान रहे हैं। उन्होंने बल्लेबाज़ शुभमन गिल को दबाव से मुक्त होकर खेल में खुद को व्यक्त करने की सलाह दी।

भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नाम पटौदी ट्रॉफी से बदलकर जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर के नाम (Anderson-Tendulkar Trophy) नाम पर करने का फैसला इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड का था. इसको लेकर काफी बहस हुई, कई लोग इसके खिलाफ भी नजर आए. अब भारत को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव की प्रतिक्रिया भी आई है.
कपिल देव ने कहा कि वो पटौदी ट्रॉफी का नाम बदलकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी करने के फैसले से हैरान हैं. उन्होंने इस फैसले को अजीब बताया. भारत बनाम इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का नाम महान मंसूर खान पटौदी के सम्मान में 2007 में पटौदी ट्रॉफी रखा गया था. पटौदी खानदान का नाता भारत और इंग्लैंड से जुड़ा रहा है. इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर ने भारतीय टीम की कप्तानी की और इंग्लैंड के लिए काउंटी क्रिकेट भी खेला.

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