असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सदस्य, यूनुस की आलोचना की

गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के एक सदस्य, यूनुस को मंगलवार को कड़ी आलोचना का निशाना बनाया। यूनुस ने बांग्लादेश को ‘‘महासागर का एकमात्र संरक्षक’’ बताते हुए बयान दिया था, जो असम के मुख्यमंत्री के अनुसार ‘‘आक्रामक एवं घोर निंदनीय’’ था। शर्मा ने इस बयान पर कड़ा विरोध जताया और इसे भारत की संप्रभुता के लिए एक गंभीर चुनौती करार दिया।

मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने बयान में कहा कि यूनुस का यह बयान न केवल भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच विश्वास की दीवार को भी कमजोर कर सकता है। उन्होंने इसे भारतीय समुद्र क्षेत्र पर बांग्लादेश के दावे के रूप में देखा और इस तरह के बयान को अस्वीकार्य बताया।

शर्मा ने यह भी कहा कि भारतीय समुद्र और इसके संसाधनों पर बांग्लादेश का कोई वैध दावा नहीं है, और भारत इस मामले में अपने अधिकारों की पूरी रक्षा करेगा। उन्होंने बांग्लादेश सरकार से अपेक्षया की कि वह इस तरह के विवादास्पद बयान पर अपने नागरिकों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दें।

असम के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं और दोनों देशों को मिलकर अपने मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए दोनों देशों को आपसी समझौते और संवाद बढ़ाना चाहिए।

इस बयान के बाद, बांग्लादेश के अधिकारियों ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह निश्चित रूप से क्षेत्रीय राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है।

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