भीषण गर्मी झेलने के लिए रहें तैयार, UP-बिहार समेत 16 राज्यों में अप्रैल-जून तक आसमान से बरसेगी ‘आग’; IMD ने दिया अपडेट

भारत में इस साल भीषण गर्मी पड़ने वाली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अप्रैल से जून तक भारत के कई राज्यों में अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ेगा। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, गुजरात, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, और महाराष्ट्र समेत कुल 16 राज्य इस साल भीषण गर्मी की चपेट में रहेंगे। विशेष रूप से, उत्तर-पश्चिमी, मध्य और पूर्वी भारत के मैदानी इलाकों में तापमान अत्यधिक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

क्या कहता है IMD का अपडेट?

आईएमडी ने अपने ताजे अपडेट में बताया कि इस साल अप्रैल से जून तक के मौसम में तापमान सामान्य से कहीं अधिक बढ़ने की संभावना है। विशेष तौर पर उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत के राज्यों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है। यह गर्मी आम लोगों के जीवन को काफी प्रभावित कर सकती है, और स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न कर सकती हैं। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि इन क्षेत्रों में लू चलने की संभावना है, जो गर्मी को और बढ़ा सकती है।

क्यों बढ़ेगा तापमान?

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल तापमान के बढ़ने की मुख्य वजह मौसम में बदलाव, उच्च वायुमंडलीय दबाव और पश्चिमी विक्षोभ की दिशा में बदलाव हो सकता है। जब इन सभी कारकों का मिलाजुला प्रभाव होता है, तो वे अत्यधिक गर्मी का कारण बनते हैं। इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन भी इस अत्यधिक गर्मी के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है।

क्या करें, कैसे रहें सुरक्षित?

ऐसी भीषण गर्मी से बचने के लिए मौसम विभाग ने कुछ सलाहें दी हैं। सबसे पहले, बाहर निकलते वक्त पूरी तरह से शरीर को ढककर रखें, जैसे कि हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें। जलवायु परिवर्तन और लू से बचने के लिए नियमित रूप से पानी पीते रहें और हाइड्रेटेड रहें। अगर संभव हो, तो दिन के सबसे गर्म समय यानी 11 बजे से 4 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें। बाहर जाने की स्थिति में सनस्क्रीन का उपयोग करें और छांव में बैठने की कोशिश करें। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें क्योंकि वे गर्मी से जल्दी प्रभावित हो सकते हैं।

संकट की स्थिति से बचने के उपाय

गर्मी के मौसम में स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि हीटस्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, थकावट और सनबर्न। इन समस्याओं से बचने के लिए गर्मी के प्रभावों से बचने का प्रयास करें। गर्मी के मौसम में घरों के अंदर अधिक समय बिताना और एयर कंडीशनर का उपयोग करना बेहतर रहेगा। यदि किसी को अत्यधिक गर्मी के कारण चक्कर आना, बेहोशी या उल्टी जैसे लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करें।इस साल की गर्मी कई राज्यों में भीषण हो सकती है, और इसकी गंभीरता से बचने के लिए हमें समय रहते सचेत होना होगा। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, अप्रैल से जून के बीच गर्मी का प्रकोप और बढ़ने की संभावना है। इस गर्मी के दौरान हमें अपनी सेहत का खास ध्यान रखना होगा और सरकार द्वारा जारी की गई दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।

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