पुणेवासियों ने ओपन हाऊस कार्यक्रम में ‘फ्रीमेसनरी’ समुदाय का इतिहास जाना

द मीडिया टाइम्स डेस्क 

पुणे: कॅम्प क्षेत्र स्थित फ्रीमेसन्स हॉल आज सार्वजनिक रूप से खोल दिया गया। विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने “ओपन हाऊस” कार्यक्रम का लाभ उठाया। मॅसोनिक लॉजेस ऐसे पुरुषों के संगठन होते हैं जो एक सर्वोच्च शक्ति में विश्वास रखते हैं और आत्मसुधार के लिए चिंतन करते हैं। लेस्ली विल्सन लॉज के सदस्यों ने फ्रीमेसनरी के विभिन्न पहलुओं पर उत्कृष्ट मार्गदर्शन प्रदान किया। इसके बाद एक प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें फ्रीमेसनरी के बारे में उपस्थित लोगों के सवालों के जवाब दिए गए।

यह कार्यक्रम इंग्लैंड के यूनाइटेड ग्रैंड लॉज के तहत दी लेस्ली विल्सन लॉज नं. ४४८० द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान एक मुफ्त आंखों की जांच शिविर भी आयोजित किया गया था, जिसका नागरिकों ने अच्छे से लाभ उठाया।

फ्रीमेसनरी हजारों सालों से अस्तित्व में है और इसके लिखित प्रमाण पिछले ५०० सालों से उपलब्ध हैं। कई अमेरिकी राष्ट्रपति, राजघराने और विश्वप्रसिद्ध व्यक्तित्व जैसे जॉर्ज वॉशिंग्टन, मोझार्ट, सर विंस्टन चर्चिल, और मार्क ट्वेन फ्रीमेसन थे। भारत में भी कई प्रमुख उद्यमी, व्यापारी, निर्देशक, फिल्म उद्योग की प्रसिद्ध हस्तियां, डॉक्टर, वकील और उच्च अधिकारी इस समुदाय का हिस्सा हैं। प्रसिद्ध भारतीय फ्रीमेसन्स में स्वामी विवेकानंद, फिरोजशाह मेहता, पंडित मोतीलाल नेहरू, सर दोराबजी जमशेदजी टाटा, डॉ. सी. राजगोपालाचारी, सर सुलतान मोहम्मद शाह आगा खान, महाराजा दुलीप सिंह, महाराजा जिवाजी राव सिंधिया, अभिनेता डेविड अब्राहम, क्रिकेटर मन्सूर अली खान पटौदी और अन्य शामिल हैं।

फ्रीमेसनरी के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया www.dglbombay.in वेबसाइट पर जाएं।

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