इंदौर और उज्जैन संभाग के पर्यटन को बढ़ावा।

स्थलों का विकास निश्चित रूप से पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा पहुंचेगा। खासतौर पर राजबाड़ा, छत्रियां, लालबाग पैलेस और जाम गेट जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर स्थलों के सौंदर्यीकरण से ये और भी आकर्षक बनेंगे।क्या इस परियोजना में अन्य सुधार भी शामिल हैं, जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड, रोशनी की बेहतर व्यवस्था या कोई नई सुविधाएं?इंदौर और उज्जैन संभाग के प्रमुख पर्यटन स्थलों के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए 266 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसके तहत राजबाड़ा, सभी छत्रियां, लालबाग पैलेस और जाम गेट के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 65 करोड़ रुपये होगी। यह कार्य 15 मई से शुरू होने की संभावना है।

राजबाड़ा: ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण, लाइटिंग और आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण

लालबाग पैलेस: संरचना की मरम्मत, गार्डन और इंटीरियर को आकर्षक बनाना

छत्रियां: इन ऐतिहासिक स्मारकों की सफाई और सौंदर्यीकरण।

जाम गेट: पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां सुविधाओं का विकास

पर्यटन विभाग के अनुसार, इस परियोजना से स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे व्यवसाय और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इंदौर और उज्जैन संभाग में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के इन स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा, जिससे पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सकेगा।इंदौर-उज्जैन संभाग पर्यटन के उप संचालक प्रकाश परांजपे के अनुसार 266 करोड़ में से 250 करोड़ केंद्र सरकार, बाकी राज्य सरकार और विभागों द्वारा मंजूर किए गए हैं। इसमें से कुछ टेंडर जारी कर दिए है, बाकी अभी टेंडर प्रक्रिया में है। सभी स्थलों का ज्यादातर विकास कार्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा। सभी काम उज्जैन सिंहस्थ से पहले पूरे करने का लक्ष्य है

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